tag:blogger.com,1999:blog-5466054364465468633.post8225352724514286073..comments2024-03-10T13:54:22.301+05:30Comments on ग्रेविटॉन: ग़ज़ल : तेज धुन झूठ की वो बजाने लगा‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttp://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5466054364465468633.post-11140122146162578412013-12-31T20:50:31.349+05:302013-12-31T20:50:31.349+05:30बहुत बढ़िया प्रस्तुति...आप को और सभी ब्लॉगर-मित्रों...बहुत बढ़िया प्रस्तुति...आप को और सभी ब्लॉगर-मित्रों को मेरी ओर से नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं...<br /><br />नयी पोस्ट<a href="http://pbchaturvedi.blogspot.in/" rel="nofollow">@एक प्यार भरा नग़मा:-तुमसे कोई गिला नहीं है</a>प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5466054364465468633.post-77391954569198225092013-12-10T21:45:03.959+05:302013-12-10T21:45:03.959+05:30तेज धुन झूठ की वो बजाने लगा
ताल पर उसकी सबको नचाने...तेज धुन झूठ की वो बजाने लगा<br />ताल पर उसकी सबको नचाने लगा<br /><br />उसके चेहरे से नीयत न भाँपे कोई<br />इसलिये मूँछ दाढ़ी बढ़ाने लगा<br /><br />सबसे कहकर मेरा धर्म खतरे में है<br />शेष धर्मों को भू से मिटाने लगा<br /><br />वोट भूखे वतन का मिले इसलिए<br />गोल पत्थर को आलू बताने लगा<br /><br />सुन चमत्कार को ही मिले याँ नमन<br />आँकड़ों से वो जादू दिखाने लगा<br /><br />वाह दोस्त पूरी पोल खोल दी राजनीति के धंधा बाज़ों की। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5466054364465468633.post-31440504016249808902013-12-09T20:29:14.072+05:302013-12-09T20:29:14.072+05:30आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि कि चर्चा कल मंगलवार १०/...आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि कि चर्चा कल मंगलवार १०/१२/१३ को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहाँ स्वागत है ---यहाँ भी आइये --बेजुबाँ होते अगर तुम बुत बना देते<br />Rajesh Kumari at HINDI KAVITAYEN ,AAPKE VICHAAR Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5466054364465468633.post-2846499633477563022013-12-09T10:17:12.718+05:302013-12-09T10:17:12.718+05:30बढ़िया-बढ़िया-रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5466054364465468633.post-19700582674406431282013-12-09T07:01:49.347+05:302013-12-09T07:01:49.347+05:30तेज धुन झूठ की वो बजाने लगा
ताल पर उसकी सबको नचाने...तेज धुन झूठ की वो बजाने लगा<br />ताल पर उसकी सबको नचाने लगा<br /><br />बहुत बढ़िया ग़ज़ल Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5466054364465468633.post-39915836901675877182013-12-08T22:44:44.985+05:302013-12-08T22:44:44.985+05:30Bahut hi lajawab sher ... Naye andaze ...Bahut hi lajawab sher ... Naye andaze ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com